रविवार, 31 मई 2015

aaj hume garve hai ki humne modi ji ka parchar kiya tha ( जय मोदी राज)

मोदीजी ने अभी कोरीया मे कहाँ था कि "एक सालपहले हमे भारतीय कहलाने मे शरम महसूस होती थी ।"
तो कुछ सेक्युलरों और झुठै देशभक्तो को बडा दुख हो रहा है । लेकिन मै कहता हू कि अगर तुमको एक साल पहले शरम महसूस नहि हो रहि थी तो तुम जरूर देशभक्त नही होसीकते ।

क्योंकि

1. भाई मुझे तो बडी शरमआती थी एक साल  हले  जब मै रोज पेपर मे सुबह उठके लाखों करोड़ों के घोटाले पढता था ।
2. मुझे तो बडी शरमआती थी एक साल पहले जब सोनिया गांधी जैसी विदेशी महिला मेरी भारत मा पर राज कर रहि थीऔर लूट रहि थी ।
3. मुझै तो बडी शरम आती थी एक साल पहलेजब हमारे देश का प्रधानमंत्री विदेश जाता थातो किसी कोनै मे बैठा रहता था  और पाकिस्तानका प्रधानमंत्री हमारेप्रधानमंत्री कि तुलना देहाती महिलाओं से करताथा ।
4. मुझे तो बडी शरम आती थी एक साल पहलेजब हमारे देश पर राज करने वाली कान्ग्रेस पार्टीके नेता वंदे मातरम और भारत माता कि जय कहनेसे शरमाते थे।
5. मुझे तो बडी शरम आती थी एक साल पहले जब प्रधानमंत्री रामनवमीऔर शिवरात्री कि बधई नहि देता था पर रमजानकि बधाई सबसे पहले देताथा ।
6. मुझे तो बडी शरम आती थी तब जब एक साल पहले जब भारत कि संसद मे रामजी और रामसेतू के अस्तित्व पर हि सवाल उठाया जा रहा था।
7. मुझे तो बडी शरम आती थी एक साल पहले जब भारत कि संसद मे हिंदूओ को खतम करने के लिए सांप्रदायिक हिंसा वाला कानून लाया जा रहा था ।
और भी बहोत सारे मुद्दे है सुनना चाहो तो वो भी बता सकता हू ।
अरे तुमको अगर शरम नहि आ रहि थी तो तुम जरूर हि गदें

कि चमडीवाले हो ।
तुम मत सीखाओ मोदीजी को देशभक्ति । मोदीजी ने तो भारत का सर पुरे विश्वमे उंचा उठाया है ।
जन जन के मन मै देशभक्ति जगाई है मोदी जीने ।
मुझे हमेशा से गर्व था, है और रहेगा हिंदूस्थानी होनैपर
( जय मोदी राज) 

modi ji ke suit ki kahani .जय मोदी राज

यह है 'मोदी सूट' की सच्ची कहानी.. जरूर पढ़ें

स्वर्ण मुकुट में हीरे मोती,

 बहिन जी को भाते
आजम खान मुलायम खातिर लंदन से बग्गी लाते
सुम्मी रेडी तिरूपती में सोना अतुल चढाता है
लालू के "दामाद- तिलक" पर खर्च करोडों आता है
फाइव स्टार होटलों में आफिस थरूर का चलता था
ए.राजा के कमरे में सोने का दीपक जलता था
दत्त तिवाडी नारायण जी तो खर्चीले होते थे
महामना सुखराम नोट के बिस्तर ऊपर सोते थे
औ" विशाल आनंद भवन की दिनचर्या बतलाती थी
नेहरु जी की टोपी तक पेरिस से धुलकर आती थी
लेकिन एक शख्स है जो चौबीसों घंटे काम करे
राष्ट्र जागरण के प्रयाण में तनिक नहीं विश्राम करे
ना तो वो खाने देता है,और नहीं खुद खाता है
अपना जन्म दिवस भी जाके सेना बीच मनाता है
गंगा का बेटा है तन से,मन में पीर पराई है
चाय बेचकर मेहनत करके अपनी मंजिल पाई है
किंतु मीडिया को गरीब का जीना नहीं सुहा पाया
एक सूट जो साधारण था,लाखों का जा बतलाया
मगर देश की जनता ने सम्पूर्ण सुफल फल ले डाले
उसी सूट की सच्चाई पर रुपै करोडों दे डाले
इसीलिए अब हम कहते हैं, लेके हाथ रहेंगे जी
तब भी उसके साथ खडे थे, अब भी साथ रहेंगे जी

मुझे गर्व है उस इंसान पर जो सबकी गाली खाता है..लेकिन फिर भी रोज २० घंटे काम करता है अपने देश के लिए.
मुझे गर्व है उस इंसान पर जो पिछले १४ सालों से देश की मिडिया के द्वारा भेदभाव का शिकार हुआ फिर भी उसने अपने लक्ष्य को प्राप्त किया.
मुझे गर्व है उस इंसान पर जो अपने दर्द किसी को दिखाये बिना दूसरों के आँसू पोछता रहा.
मुझे गर्व है उस इन्सान पर जो अपनी जमा किये गए उपहारों को जनता के कल्याण के लिए खर्च किया.

मुझे शर्म है उस देश की जनता पर जिसने एक प्रधानमंत्री को उपहार किए गए सूट को पहनने पर उसका मजाक बनाया.
जबकि गुजरात के सीएम रहेते हुए उन्होने अपनी सारी पगार और उपहार मे आयी हुई गिफ्ट की नीलामी करके 22 करोड़ रुपये कन्या केलवानी मे दान कर दिये थे मुझे शर्म है उस जनता पर जो १५ सालों से मर मर कर काम करने वाले नेता को एक सूट पहनने की इजाजत नहीं देती.

मुझे शर्म है उस मिडिया पर जो खुद तो दलाली के करोड़ोँ रूपये हजम कर जाती है लेकिन देश के प्रधानमंत्री को १५००० का उपहार किया गया सूट पहनने पर मजाक उड़ाती है.....!!

हे हिन्दुस्तान..

तू गद्दारों की गद्दारी को भूल जाता है और देश के प्रति ईमानदारों की थोड़ी सी गलती के लिए उसे सहानुभूति तक नहीं देता....


मुझे माफ़ कीजियेगा अगर आपको तकलीफ हुई है तो लेकिन ऐसा इंसान 66 सालों में पहली बार आया है जो हमारा स्वाभिमान जगा कर जीना सिखा रहा है
भारत माता की जय
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

शुक्रवार, 29 मई 2015

modi ji ka virodh karne valo pahle ise padh lo(पिछले एक साल का कार्यकाल पर आप गौर करें तो मोदी का ध्यान अभी विदेशनीति, देश की सुरक्षा पर ही है

हे मान्यवर ,
इसको पढ़ ले फिर टिपण्णी करे उसको बाद भी ज्ञानार्जन की आवशयक्ता हो तो बताये.....
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के विदेश यात्राओ का सच <<==
28 साल बाद कोई भारत का प्रधान मंत्री श्री लंका गया, नेपाल में कोई भारत का प्रधान मंत्री 17 साल बाद गया, ऑस्ट्रेलिया 28 साल बाद, Seychelles 34 साल बाद, Fiji 33 वर्ष, म्यांमार 25 वर्ष …… दिल्ली के लुटियन जोन वाले घोटाले, आरक्षण, लूट-खसोट, जीरो लॉस, दलाली, तुष्टिकरण में व्यस्त थे तब चीन अलग ही काम में व्यस्त था - वो था String of Pearls (Indian Ocean) Strategy. इसके तहत चीन ने बांग्ला देश के चित्तगोंग में एक बड़ा नवल यार्ड बनाने के बाद श्री लंका के हम्बनबोटा में 20 अरब डॉलर का कमर्शियल शिपिंग सेंटर बनाया।
उसके बाद पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को बनायi.... इस पोर्ट का असल सामरिक और व्यापारिक अधिपत्य चीन के पास है। ....... anti - piracy के बहाने से अपनी मज़बूत स्थिति बनाई। चीन के चक्रव्यूह को देखते हुवे।
अब इस नयी सरकार ने इस दिशा में कदम उठाया है … और "सागरमाला" नामक रणनीति पर काम शुरू कर दिया है... नेपाल में बिजली कारखाना, सड़क और बुनियादी सुविधाओं के लिए मदद एक सफल कोशिश की नेपाल चीन के तरफ फिर न जाए (नेपाली माओवादी पहले ये कर चुके है), उसके बाद म्यांमार, फिजी यात्रा भारत को चीन के करीब बेस बनाने का स्थान पाने का सफल कोशिश, वियतनाम को स्वदेशी पोत - जिससे अब दक्षिणी चीन सागर में न सिर्फ भारत की सामरिक शक्ति का एहसास हुवा हैं बल्कि ONGC जैसे भारतीय कंपनी को तेल शोधन के लिए सारे जरूरी सहयोग भी मिल रहा है।
अब Seychelles, मारीशियस और श्री लंका की यात्रा से भारत को बहुत बड़ा strategic फायदा मिल रहा है, भारत Seychelles में रडार लगाएगा, कण्ट्रोल मारीशियस से होगा, भारत का टोही एयर बेस भी बन जाएगा जिससे चीन की उसके String of Pearls (Indian Ocean) Strategy की सारी जानकारी भारत को उपलब्ध रहेगी ...... चीन की शतरंजी चलों के जवाब में मोदी जी ने शाह मात का खेल चालू कर दिया है।
आने वाले दिनों में PM मोदी की यात्रा मेरे अनुमान के अनुसार मोज़ाम्बीक, ज़िम्बाब्वे, दक्षिणी अफ्रीका, ओमान के अलावा इंडोनेशिया, फ़िलीपीन्स और विएतनाम होंगे.....
बेबकूफी की हद है .....
आज देश जिस हालात में है मोदी उस संकट को उबारने में दिन रात लगे हुए हैं लेकिन कुछ लोग व्यंग के नाम पर बेबकूफी दिखा रहे हैं ।
कुछ लाईक शेयर के लिए विदेशनीति का मजाक उड़ाया जा रहा है । क्या फर्क है अब मीडिया में और इन लोगो में? प्रधानमन्त्री अब चीन दौरे पर हैं ।
उस चीन के जो एशिया में भारत के सामने हमेशा मुसीबत बन कर खड़ा होता है । स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स’ नाम की चीन की एक ऐसी चाल जिसके जरिये भारत पर चीन कब्ज़ा करना चाहता है ।
यह एक ऐसी चाल है जिसके जरिये चीन भारत की सीमाओं पर बसे देशो से अच्छे सम्बन्ध बना कर उनके यहाँ बन्दरगाह ले रहा है । चीन कहता है इसका प्रयोग वो व्यापार के लिए करेगा पर इतिहास गवाह है चीन अपने व्यापार को मिलेट्री-सहायता देने में गुरेज नहीं करता है—जैसा कि हर देश को करना चाहिए ।
15वीं सदी के शुरुआत में जब चीन के मिंग-राजवंश ने अपना समुद्री-काफिला व्यापार करने के लिए दुनियाभर में भेजा था तो उसके साथ पूरे 72 युद्धपोत भेजे थे, ताकि उन्हे समुद्री-डकैतों और विरोधी देशों की नौसेनाओं से मुकाबला किया जा सके ।
'स्ट्रिंग ऑफ़ पलर्स' के तहत चीन ने पाकिस्तान में ग्वादर, श्रीलंका में हम्बनटोटा, बर्मा में कोको द्विप, दक्षिण चीन सागर में हेनान दीप आदि पर कब्ज़ा करता चला जा रहा है । चीन की इस चाल का खुलासा अमेरिका ने 2005 में ही कर दिया था क्यूकि दक्षिण चीन सागर से बन रहे है इस जाल का अंत अमेरिका को घेरने तक का है लेकिन भारत सरकार सोती रही ।
भारत ने इस पर ध्यान 2011 में दिया और तब तक हम घिर चुके थे । इस मामले में बड़ी बेबकूफी हमारी पूर्व सरकारों की रही है जिन्होंने कभी पड़ोसियों को अपना नही बनाया और आज आप मोदी के बारे में इसीलिए सुन रहे हैं कि भारत का कोई प्रधानमन्त्री इतने साल बाद नेपाल गए, इतने साल बाद जापान गए, इतने साल बाद मोरोशिस गए ।
मित्रो हमारे पड़ोसी देशो को पूर्व सरकारों ने कोई अहमियत नही दी जिसका फायदा चीन ने उठाया और हालात आपके सामने हैं । यह कहानी बहुत बड़ी और संकट लिए है जिसे बहुत आसान शब्दों में आपको बता रहा हूँ ।
अब आप खुद समझ जाइये कि मोदी क्यू फ्रांस से 136 फाइटर प्लेन खरीद रहे हैं । इजरायल से क्यू लाखो के हथियार खरीदें जा रहे हैं । क्यू सभी पडोसियों से रिश्ते अच्छे बनाये जा रहे हैं ।
पिछले एक साल का कार्यकाल पर आप गौर करें तो मोदी का ध्यान अभी विदेशनीति, देश की सुरक्षा पर ही है । ....वन्देमातरम ...जय माँ भारती ......

बुधवार, 27 मई 2015

ye unke liye hai jo modi ji ka virodh karte hai)मोदी जी का विरोध करना छोड़ दीजिये। ऐसे देव समान पुरुष सदियो से जन्म लेते हैं।

हाँ मैं मोदी सरकार के एक वर्ष के शासन से संतुष्ट हूँ।

मुझे फर्क नहीं पड़ता कितना कालाधन वापिस भारत आया मगर इतना पता है एक साल से विदेशो में कालाधन जमा होना बंद हो गया है।

मुझे फर्क नहीं पड़ता की टेक्स स्लैब में बदलाव के कारण कोई चीज़ या सुविधा महेंगी हुई हो क्योंकि मैं जानता हूँ की इससे होनेवाला फायदा सरकारी तिजोरी से होकर भ्रष्टाचारियो की जेब में नहीं मगर देश के विकास में लगने वाला है।

मुझे ख़ुशी है की
>>>ऊपर के लेवल के अरबो खरबो के भ्रस्टाचार को यह सरकार शून्य पर ले आई है।

>>>सेना को पड़ोसियों द्वारा सीमा पर की जानेवाली कायराना हरकतों का मुँहतोड़ जवाब देने की छूट दी गई है।

>>> सेना को नए हथियार देकर और समय समय पर प्रधानमंत्री का खुद आर्मी, ऐरफोर्स और नेवी के जवानो की मुलाकात लेकर सेना का मनोबल बढ़ाना जो पिछले दस सालो में धरातल पर पहुँच गया था।

>>>विश्व में कहीं भी फंसे हुए भारतीयो को सकुशल भारत लाना चाहे इराक हो या यमन।

>>>प्राकृतिक आपदा के वक्त बिना किसी भेदभाव के केंद्र सरकार का सहयोग करना चाहे बिहार में नितीश की सरकार हो या कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की।

>>>पूरा विश्व आज भारत को अलग नज़रिये से देख रहा है।

>>>आज प्रत्येक भारतवासी आत्मविश्वास से भरा हुआ और भविष्य को लेकर उत्साहित है।

हाँ कुछ काम है जो अभी तक नहीं हो पाये मगर अभी चार साल भी तो बाकी है। इसलिए ढोंडु Just Chill & Be Positive इससे अच्छा प्रधानमंत्री नहीं मिलनेवाला उसके पीछे मत पड जाओ और उसको अपना काम करने दो और उसकी गलतिया निकालने में जो समय लगाते हो उसे देश और समाज के भले के लिए लगाओ।

पहली बार भारत की राजनीती में कोई ढंग का आदमी राजनीती में आया है।
पर कई समाज कंटको को ये रास नही आ रहा।
पता नही वो किस टाइप के लोग हैं।
जिनको नरेंद्र मोदी जैसा नेता भी खटक रहा है।

यहां कोई एक बार सरपंच भी बन जाये तो उस पर भी दो चार केस घपले घोटाले के हो जाते हैं।
मोदी तीन बार cm रह चूका है
और लगभग एक साल होने को है pm पद पर
लेकिन बन्दे के खिलाफ एक भी घोटाले या चोरी का केस नही हुवा कभी।

मोदी के रिश्तेदार भाई बहनोई या अन्य किसी को भी मोदी ने कभी अपने पद का फायदा नही दिया।
वर्ना लोगो ने तो दामाद तक को अरबपति बना दिया।

ऐसी साफ और ईमानदार व् बेदाग़ छवि वाले नेता को भी कई लोग फेंकु 56इंच और भी पता नही क्या क्या कह कर मजाक उड़ाते हैं।

मेरी देश के सभी नोजवानो से प्रार्थना है की
इस देश को पहली बार कोई ढंग का नेता मिला है।
उसको अपना काम करने दो

और अपनी नेतागीरी की दुकानदारी चलाने के लिए ऐसे इंसान के बारे में अनर्गल बाते ना किया करो।

सोशल मीडिया में कई लोग तो ऐसे भी हैं जिनका राजनीती और समाज सेवा से कोई मतलब नही है
और ना ही इस बारे में वो कुछ जानते है।
पर अपने आप को नेता या एक्टिव बन्दा साबित करने के चक्कर में आलतू फालतू पोस्ट करते रहते हैं मोदी जी के बारे में जबकि वास्तविकता उनको खुद को ही मालूम नही होती है।

बस सुर्खियों में रहने के लिए अनाप शनाप कॉपी पेस्ट करते रहते हैं।

अब कुछ समझदार और समाज के जागरूक लोग बोलेंगे की मोदी जी ने वादे किये थे
राम मंदिर धारा370 या और बहुत से होंगे।
पर वो ये क्यों नही भूलते की मोदी ने pm बनने के बाद एक घडी भी आराम नही किया।
वो हमेशा राष्ट्र हित में काम करने में लगे हुवे रहते हैं।
अब ऐसी कौनसी सरकार आई आज तक जिसने एक ही साल में अपने सारे वादे पुरे कर दिए।
टाइम लगेगा मोदी जी अपने सारे वादे पुरे करेंगे।
अब कई लोग मोदी जी की विदेश यात्रा पर भी मजाक उड़ाते हैं।
उनको एक बात क्यों नही समझ आ रही की अगर मोदी जी को घूमना ही होता तो cm पद पर रहते हुवे उन्हें कौन रोक रहा था।

दोस्तों मोदी जी को जिस उम्मीद के साथ आप लोगो ने वोट देकर pm बनाया है।
वो अभी ख़त्म नही हुई है।
धैर्य रखो और राजनीती की अपनी दुकानदारी चलाने वालो की बकलोली और फर्जी पोस्ट के चक्कर में मत आया करो।
और अपने आप को महज कोंग्रेस या आप का नेता या कार्यकर्ता साबित करने के लिए
मोदी जी के बारे में उलटी सीधी बाते मत किया करो।

मोदी जेसे नेता अपने देश में हैं ये हमारे देश की खुशकिस्मती है।

जितना हो सके मोदी जी को कोपरेट करते रहिये।
उनके बारे में गलत प्रचार मत कीजिये और ना किसी को करने दीजिये।

और ख़ास कर उन दोस्तों से निवेदन है जो सिर्फ अपनी बात को सही और सचः साबित करने के लिए मोदी जी को बुरा भला कहते हैं।
भाई आप को हम सर आँखों पर बिठा कर रखते हैं और रखेंगे आपकी बात को निचे नही पड़ने देंगे।
बस आप मोदी जी का बिना मतलब विरोध करना छोड़ दीजिये। ऐसे देव समान पुरुष सदियो से जन्म लेते हैं।



modi chalisha)लो भाई मोदी चालीसा भी आ गया

लो भाई मोदी चालीसा भी आ गया
जय नरेन्द्र ग्यान गुन सागर | जय मोदी तिहुँ लोक उजागर ||
राष्ट्रदूत अतुलित बलधामा | दामोदर पुत्र नरेन्दर नामा ||
तुम उपकार राष्ट्र पर कीन्हा | कच्छ संवारि स्वर्ग सम कीन्हा ||
माया, मुलायम थर थर काँपैं | काँग्रेस को चिंता व्यापै ||
नासहि सपा मिटैं बसपाई | खिलै कमल फूलैं भजपाई ||
साधु संत के तुम रखबारे | असुर निकंदन राष्ट्रदुलारे ||
संत रसायन तुम्हरे पासा | सदा रहहु भारत के दासा ||
भारत विश्वगुरु बन जावै | जब मोदी दिल्ली मैं आवै ||
चीन पाक दोउ निकट न आवै | जब मोदी को नाम सुनावै ||
नासहिं दुष्ट और अपराधा | भ्रष्टाचार मिटावहिं बाधा ||
करहि विकास स्वर्ग सम सुंदर | बनहि राम को सुंदर मंदिर ||
असुर निवारि सुरन्ह कौ थापैं | राहुल सोनिया कबहुँ न व्यापै ||
मोदी मंत्र एक सम जाना | करहि विकास राष्ट्र सनमाना ||
भारत राष्ट्र पराक्रमशाली | होहि सिद्ध यह शंशय नाही ||
जय मोदी ||

गुरुवार, 21 मई 2015

जय मोदी राज

🔫: PM मोदी जी के विदेश यात्राओं पर सोशल मीड़िया में काफी जोक्स बनाये जा रहे है..

लेकिन कुछ तथ्य -

1) मोदी जी 365 दिनों में से 53 दिन विदेश यात्राओं पर रहे है.. मौजूदा चीन यात्रा को पकड़ के..और कुल 17 देशों का दौरा किया है.

दूसरी तरफ डॉ मनमोहन सिंग (UPA -2, पहिला साल), 365 दिनों में से 47 दिन विदेश यात्रा पर रहे है.
और सिर्फ 12 देशों का ही दौरा किया है..

2) दोनों ने लगभग समान दिन बिताये है विदेश में.. पर मोदी ने ज्यादा देशों का दौरा किया है, मनमोहन से तुलना करने पर..

3) और साफ़ फर्क ये है की,
मोदी के दौरे Official State Visits रहे है,

जबकी मनमोहन सिंग के दौरे Summit-Oriented रहे है जैसे की,
यु.एन., ब्रिक्स, सार्क, NAM, ASEAN, वगैरा.

4) मोदी जी  ने एक साल में कुल 57 करार किये है 17 देशो से..
जबकि मनमोहन सरकार 22 करार ही कर पायी, 12 देशों से..

5) मोदी जी ने एक साल में 40% ज्यादा FDI भारत में लाया है..
जबकि मनमोहन सरकार सिर्फ 18% ज्यादा..

6) मोदी जी सरकार में विदेशी मुद्रा 18% बढ़ी है
जबकि मनमोहन सरकार में सिर्फ 5.5%..

     "और मजे की बात ये है की मनमोहन सिंग की विदेश यात्राओं पर 650 करोड़ रूपये खर्च हुए है..और उनके साथ सेकड़ो मीडिया वाले भी जाते थे सरकारी पैसे से, जो मोदी जी ने बंद कर दिया है.."

पर मोदी जी के विदेश दौरे ज्यादा चर्चा में रहे है, क्योंकी पिछले एक साल में दुनिया भर में भारत की साख और इज्जत बढ़ी है..

मोदी जी किसी भी नेता की आँख में आँख डालकर बात करते है..
जबकि महमोहन सरकार में भारत किसी कोने में बैठा रहता था..

अमेरिका, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रलिया, और अब चीन में जो मोदी का रॉकस्टार स्वागत हुआ है, तो पुरे विश्व में चर्चा तो होगी ही..
साथमें कुछ लोगों के पेट में भी दर्द उठेगा..!!




🔫: मोदी जी के काम करने का तरीका अलग है ।
   कम बुद्धि बालों की समझ से बाहर है ।
   उनके काम करने के रिजल्ट पर ये ही लोग दांतो तले ऊँगली दवाकर बैठ जाएंगे ।
    मोदी जी से नुकशान है भ्रष्टाचाइयों को देश द्रोहियो और आतंकवादियो को
उस समय कहाँ थे ये लोग जब देश में कितने घोटाले हो रहे थे ।
देश का पैसा लूटकर इटली जा रहा था ।
धर्म परिबर्तन करवाने के लिए एनजीओ चल रहे थे ।
दामाद किसानो की जमीनें हड़प रहा था ।
आज देखो सारी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है ।
भारत के प्रधान मंत्री को कोई नहीं जानता था ।
आज मोदी जी ही है जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री के पद को शक्तिशाली पद बना कर दिखा दिया ।
चीन अमेरिका जैसे देश की जनता उनके एक दर्शन के लिये मरी जा रही है ।
  जय मोदी राज

modi ji best prime minister in indian history मोदी जी से या सरकार से हिसाब मांगने से पहले हम एक सवाल खुद से पूछे

मोदी जी
से या सरकार से हिसाब मांगने से पहले हम एक सवाल खुद से पूछे .........

क्या हमने पिछले एक साल में अपनी खुद की और अपने परिवार की दशा सुधारने के लिए और
अपने अच्छे दिन लाने के लिए क्या प्रयास किये ?
.
फिर हमने मोदी जी के सपने अपने गली मोहल्ले , गाँव कसबे शहर के लियी आपने क्या किया ? अपने देश के लिए क्या किया ?
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हमने अपनी कोई आदत सुधारी ? कोई नयी skill सीखी ? बिजली बचाना सीखा ? पानी बहाना कम किया ?
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क्या हमने पीएमओ की तर्ज़ पर अपने ऑफिस या दूकान को समय पर जाना सीखा
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क्या लाइन में खडा होना सीखा ?
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रिश्वत देने या लेने से मना किया ?
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सड़क पे थूकना और कूड़ा फेंकना बंद किया ?
आज तक राष्ट्र के निर्माण में जो योगदान आप देते आये हैं उसमे कुछ वृद्धि की आपने एक साल में ?
कोई नया उद्योगधंदा .........कोई नयी फसल ? कोई समाज सेवा ?
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क्या हमने मोदी जी की लागू की सारी योजना मेसे कम से कम एक योजना को समझ कर खुद उसका लाभ लिया .....या किसी की मदद की या उसे उसके लिए प्रेरित किया की इस योजना से आपके अच्छे दिन आ सकते है.........
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यदि नहीं ....................
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फिर किस मूंह से मोदी जी से सबाल कर रहे है हम ....की मोदी जी ने क्या किया .....वो तो देश के लिए पिछले 15 साल से बिना छुट्टी लिए लगातार काम कर रहे है ........
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.....आप सोचिये ..आपका क्या योगदान है ..इस धरती पे सिबाय ..उस एक ऊँगली को उठाने के ....

और बाकी चार ऊँगली तो आपके तरफ ही उठ रही है

modi ji best prime minister in indian history तू शेर तो हम सवाशेर! मोदीजी की विदेश नीति

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चीन….. तू शेर तो हम सवाशेर!  –

मोदीजी की धांसू विदेश नीति !

भारत की विदेश नीति और चीन को पाकिस्तानपरस्ती का जबाव देने के लिए मोदी का मंगोलिया दौरा भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

चीन ने जिस तरह से पाकिस्तान को अरबों डॉलर की मदद करके भारत को घेरने की कोशिश की है उसी तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने भी चीन के पड़ोसी मंगोलिआ को 1 अरब डॉलर (लगभग 6 हजार करोड़ रुपये) की आर्थिक सहायता देकर चीन की कमर तोड़ने की कोशिश की है।

मोदी ने चीन को मंगोलिया के जरिये यह भी सन्देश देने की कोशिश की है कि अगर तुम डाल डाल हो तो मै पात पात हूँ। अगर तुम पाकिस्तान के जरिये भारत को कमजोर करने की कोशिश करोगे तो हम भी मंगोलिया को गोद लेकर और वहां पर अपनी गतिविधि बढ़ाकर तुम्हारी ऐसी तैसी कर देंगे। मंगोलिया चीन और रूस का पडोसी है। छोटा और कमजोर देश समझकर चीन मंगोलिया पर अपनी दादागिरी दिखाता रहता है, इस वजह से चीन और मंगोलिया की आपस में बनती नहीं है।

मंगोलिया की मदद करके भारत ने मंगोलिया को ना सिर्फ अपना दोस्त बनाया है बल्कि चीन को पाकिस्तानपरस्ती का सबक भी सिखाया है।

दुर्भाग्य से आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने चीन के नाराज होने के डर से मंगोलिया का दौरा करने का रिस्क नहीं लिया। मोदी ने मंगोलिया का दौरा करके अपनी विदेश नीति का अनोखा नमूना पेश किया है। मंगोलिया के पास समुद्री इलाका नहीं है और जनसंख्या दर के हिसाब से जमीन अधिक है।

अगर भारत वियतनाम की तरह मंगोलिया को भी अपना दोस्त बना लेता है और उसकी सैन्य सहायता करके वहां पर अपनी गतिविधियां बढ़ा देता है तो चीन की कमर टूट जाएगी और उसकी विस्तार और विदेश नीति असफल हो जाएगी।

मोदी की इस कूटिनीति और विदेश नीति पर दुनिया ने अपनी नजरें गड़ा रखी हैं और मन ही मन सभी देश मोदी की प्रशंसा भी कर रहें हैं।

सभी देश यही कह रहे हैं ‘शेर को मिला सवाशेर”

मंगोलिया की इतनी बड़ी सहायता से हो सकता है भारत की विपक्षी पार्टियां मोदी पर बड़े बड़े इल्जाम लगाएं और उन्हें पराये लोगों पर पैसे लुटाने वाला बोलें  चीन को सबक सिखाने के लिए मोदी के पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है।

ये भी हो सकता है की भारत को थोड़ी मंहगाई का सामना करना पड़े लेकिन जिस तरह से चीन ने भारत को कमजोर करने के लिए पाकिस्तान पर अपना दांव लगाया है भारत का मंगोलिया पर दांव लगाना जरूरी था। मंगोलिया में भारत के दखल से चीन का ध्यान भटक जाएगा और उसे विस्तारवादी नीतियों पर फिर से विचार करना पड़ेगा।

चीन की विस्तारवादी नीतियां ही उसे अपने पड़ोसियों का दुश्मन बना देती हैं।

वन्दे मातरम्

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गुरुवार, 14 मई 2015

modi ji best prime minister in indian history सलाम करता हूँ ऐसे प्रधानमंत्री को

1- सलाम करता हूँ ऐसे प्रधानमंत्री को जो देश के लिये जीता है और देश के लिये मरता है . .
2- सलाम करता हूँ ऐसा राष्ट्रनायक जो 18घंटे इसलिये काम करता है की 125 करोड़ भाइयों एवं बहनों के लिये कूछ कर जाऊँ
3- सलाम करता हूँ ऐसे राजनेता को जिसके 65 साल के जीवन मे एक भी दाग नही है जिसको बार बार सर्वोच्च न्यायलय ने कसौटी पर तौला है . .
4-  मै सलाम करता हूँ ऐसे महात्मा को जिसे कई बार केन्द्र सरकार ने सर्वश्रेष्ठ मुख्यमन्त्री का पुरस्कार दिया परंतु उसे भ्रष्ट्र और देशद्रोहीयों ने ऐसे कोई गाली नही छॊडी जो न दिया हो और उन्हे वह हँस कर माफ कर दिया हो . . .
4-  मै सलाम करना चाहूंगा ऐसे महान संत को जिसको नीचा दिखाने के लिये विभिन्न पत्रकार डिबेट मे बुलाया जाता है पत्रकारों की फौज जो दलाली जिनका धँधा है उन्हे निरूत्तर कर देते है . . .
5- मै सलाम करता हूँ ऐसे प्रधानमंत्री को जिसकी माँ आज भी 8*8 के रूम मे रहती है .
6-  मै प्रणाम करना चाहूंगा ऐसे पागल और दीवाना को जो माँ भारती और अपने 125 करोड़ भाइयों एवम बहनों को कष्ट दूर करने के लिये एक साल मे 30 से अधिक देशों का चक्कर लगा आया हो . .
जय मोदिराज . . . .
एक छोटी रचना है दोस्तो

गुरुवार, 7 मई 2015

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी

$$ नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी $$

  450 साल पहले कर दी थी मोदी युग की भविष्यवाणी, फ्रांस के भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की सेन्चुरी ग्रंथ मे फ्रेंच भाषा मे लिखा हैं कि 2014 से लेकर 2026 तक भारत का नेतृत्व एक ऐसा आदमी करेगा जिससे लोग शुरू में नफरत करेंगे मगर इसके बाद देश की जनता उससे इतना प्यार करेंगी कि वह 20 साल तक देश की दशा और दिशा बदलने में जुटा रहेगा । यह भविष्य वाणी सन् 1555 की हैं । यह फ्रेंच भाषा मे लिखा गया हैं, जिसका अनुवाद मराठी भाषा में महाराष्ट्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य  डाँ.श्री रामचंद्रजी जोशी ने किया हैं। जिसके पृष्ठ 32-33 पर स्पष्ट लिखा है , ठहरो राम राज्य आ रहा हैं, एक अधेड़ उम्र का अजोड़ महासत्ता अधिकारी भारत ही नहीं सारी पृथ्वी पर स्वर्ण युग लायेगा। जो अपने सनातन धर्म का पुनउत्थान करके भारत को सर्व श्रेष्ठ हिन्दू राष्ट्र बनायेगा।
चांडाल चौकड़ियों को परास्त कर अपने दम पर सत्ता पे काबिज होगा।उनके नेतृत्व में हिन्दूस्तान न सिर्फ विश्व गुरु बनेगा बल्कि कई देश भारत की शरण में आ जायेगे ।
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महात्मा बुध ने विवाह किया था परंतु वे पत्नी को छोड़ कर सत्य की खोज में निकल गये।उनकी पत्नी ने एकाकी जीवन जिया। उनकी पत्नी का नाम यशोधरा था।

स्वामी महावीर ने भी विवाह
किया था परंतु वे भी पत्नी को छोड़ कर सन्यासी हो गये। उनकी पत्नी ने एकाकी जीवन जिया। उनकी पत्नी का नाम यशोदा था।

मोदी ने भी विवाह किया परंतु अपनी पत्नी को छोड़ दिया और अपना जीवन देश सेवा में लगा दिया। उनकी पत्नी भी एकाकी जीवन व्यतीत कर रही हैं।उनकी पत्नी का नाम यशोदाबेन है ।

यशोदा, यशोधरा एवम यशोदाबेन. !!!

यह सिर्फ संयोग है या फिर  इतिहास अपने आप को दोहरा रहा है |