गोरखपुर कि पुर कि घटना बहुत ही दर्द नाक खबर है इसमे सारा गलती अस्पताल प्रशासन कि हैं जब 9 तारीख को योगी जी अस्पताल का निरिक्षण करने गये थे तो उनसे आक्सीजन सिलेंडर के बारे में क्यों नहीं बताया गया ऐसा तो नहीं की योगी जी को बदनाम करने की कीसि ने साजिश किया हो वजह चाहे जो हो लेकिन जो भी दोषी पाये जाये उनके खिलाफ सख्त से सख्त सजा हो आज जितनी भी बिपच्छी पार्टी है चाहे वो कांग्रेस हो सपा हो या बसपा हो इनको तो बैठे बिठाये इक मुद्दा मिल गया है मोदी और योगी को घेरने का आज योगी जी को टीवी पे सुन राहा था ।
इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ रहा हूं, बच्चों के लिए मुझसे ज्यादा कोई संवेदनशील नहीं ये योगी जी ने कहा है सच बात है आज कितने दिन से योगी जी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड रहे हैं ये सबको पता हैं लेकिन मिडिया ऐसा रवैया अपना रही हैं जैसे योगी जी ने जानबुक्षकरव आक्सीजन का इंतजाम नहीं किया है खैर जल्दी ही सब कुछ पता चल जायेगा कि कौन दोषी है ।
अब बात करते हैं इन बिरोधी पार्टियों जैसे सियासी गिद्धो कि जिन्हें राजनीतिक मुद्दा मिल गया
कांग्रेस ये वही पार्टी है जिसने 1984 में पुरे भोपाल को गैस में क्षोककर एंडरसन को बिदेश भगा दिया था आज गोरखपुर कि घटना की राजनीति कर रही हैं। क्या अखिलेश के समय मे गोरखपुर मे इंसेफेलाटिस से बच्चे नही मरते थे या माया के समय मे इंसेफेलाइटिस होता ही नहीं था आप गुगल सर्च करके देख लो हर शाल कितने बच्चे गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से मरते हैं लेकिन इनके मुँह से कभी इंसेफेलाइटिस को लेकर कोई शब्द नही निकला और आज ये योगी जी पर सवाल उठाते हैं
अब बात करते हैं कि इसमे सबसे बड़ी गलती किसकी हैं डा,काफिल जो कि बच्चों के वार्ड का इंचार्ज था वो अपने प्राइवेट क्लिनिक मे व्यस्त थे और इधर बच्चे मर रहे थे जब उन्हें ये लगा कि स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो जयेगी तब वो आक्सीजन ढुढने लगे अगर यहीं काम वो पहले कर लेते तो सायद इतने ज्यादा बच्चे ना मरते ।।
और हमारी देश की मिडिया उस डाक्टर को हिरो बना दिया बल्कि मिडिया को पहले सच्चाई जान लेते फिर किसी पर इल्जाम लगाते
इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ रहा हूं, बच्चों के लिए मुझसे ज्यादा कोई संवेदनशील नहीं ये योगी जी ने कहा है सच बात है आज कितने दिन से योगी जी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड रहे हैं ये सबको पता हैं लेकिन मिडिया ऐसा रवैया अपना रही हैं जैसे योगी जी ने जानबुक्षकरव आक्सीजन का इंतजाम नहीं किया है खैर जल्दी ही सब कुछ पता चल जायेगा कि कौन दोषी है ।
अब बात करते हैं इन बिरोधी पार्टियों जैसे सियासी गिद्धो कि जिन्हें राजनीतिक मुद्दा मिल गया
कांग्रेस ये वही पार्टी है जिसने 1984 में पुरे भोपाल को गैस में क्षोककर एंडरसन को बिदेश भगा दिया था आज गोरखपुर कि घटना की राजनीति कर रही हैं। क्या अखिलेश के समय मे गोरखपुर मे इंसेफेलाटिस से बच्चे नही मरते थे या माया के समय मे इंसेफेलाइटिस होता ही नहीं था आप गुगल सर्च करके देख लो हर शाल कितने बच्चे गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से मरते हैं लेकिन इनके मुँह से कभी इंसेफेलाइटिस को लेकर कोई शब्द नही निकला और आज ये योगी जी पर सवाल उठाते हैं
अब बात करते हैं कि इसमे सबसे बड़ी गलती किसकी हैं डा,काफिल जो कि बच्चों के वार्ड का इंचार्ज था वो अपने प्राइवेट क्लिनिक मे व्यस्त थे और इधर बच्चे मर रहे थे जब उन्हें ये लगा कि स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो जयेगी तब वो आक्सीजन ढुढने लगे अगर यहीं काम वो पहले कर लेते तो सायद इतने ज्यादा बच्चे ना मरते ।।
और हमारी देश की मिडिया उस डाक्टर को हिरो बना दिया बल्कि मिडिया को पहले सच्चाई जान लेते फिर किसी पर इल्जाम लगाते
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