रविवार, 23 दिसंबर 2018

Modi vs congress इसे पढके आप को गर्व होगा

: प्रश्न 1: भारत में गरीबी कब शुरू हुई?
उत्तर: 26 मई 2014 से
इससे पहले, गरीब महंगी कारों में घूम रहे थे और ठंडी कॉफी पी रहे थे।

प्रश्न 2: कुटिल मीडिया और कुछ धार्मिक संस्थानों का भारतीय लोकतंत्र में कब भरोसा टूटा ?
उत्तर: 26 मई 2014 को

प्रश्न 3: अंबानी और अदानी कब अमीर बन गए?
उत्तर: 26 मई 2014 को


प्रश्न 4: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि कब हुई?
उत्तर: 26 मई 2014 को
उस दिन तक, प्रति लीटर 14 रुपये में पेट्रोल बेचा जाता था।

प्रश्न 5: कश्मीर मुद्दे कब शुरू      हुए ?
उत्तर: 26 मई 2014 से
उसके पहले सभी आतंकवादी शांति के दूत थे। वे घाटी में बच्चों को चॉकलेट बाँटते थे और वहाँ की स्त्रियों को अपनी माँ- बहन मानते थे।

प्रश्न 6: चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के मुद्दे कब शुरू हुये ?
उत्तर: 26 मई 2014 से
इससे पहले पाकिस्तान और चीन ने भारतीयों को बहुत प्यार करते थे। उन्हें देखते ही गले लगा लेते थे।

प्रश्न 7: लोगों को कब पता चला कि विदेशी बैंकों में भारतीयों का काला धन जमा है?

उत्तर: 26 मई 2014 को
इसके पहले भारतीयों को ब्लैक मनी के बारे में कुछ पता ही नहीं था। उन्होंने सोचा था कि जिन नोटों पर काली इंक गिर जाती है वह काला धन  होता है और उसे साफ करने के लिए विदेश भेजा जाता है।

प्रश्न 8: "असहिष्णुता" शब्द का आविष्कार कब किया गया ?

उत्तर: 26 मई 2014 को
इसी दिन यह शब्द शब्दकोश में जोड़ा गया । इसके पहले लोगों को यह पता भी नहीं था कि इस चीज को पुरस्कार वापस करके महसूस किया जा सकता है।

प्रश्न 9: भारत मे किसानों की आत्महत्या कब शुरू हुई

उत्तर : 26 मई 2014 से ।
पहले किसान ओडी , टोयटा जैसी कार मे घूमते थे ।
युरिया की तो होम डिलीवरी होती थी वह भी फ्री मे , 24 घंटे बिजली , पानी ।
फसल तो बोने के तुरंतबाद सौदे हो जाते थे, व्यापारी एडवांस जमा कराने को तरसते थे ।

प्रश्न 10: हवाईजहाज से उड़कर विदेशी यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधान मंत्री कौन थे?

उत्तर: नरेंद्र मोदी
इससे पहले, भारतीय प्रधान मंत्री सपनों में उड़ कर विदेश जाते थे।

For Rahul's
Opened eye follower😳

कौन है vo* ( दोस्तों शदियों  में एक हि बार ऐसे मार्गदर्शक का जन्म होता है) (नरेंद्र मोदी जी की देश को समर्पित भावनाओं व कर्तव्यों पर कटु सत्य 👇)

तुम योग का विरोध करते हो,
 *वो विश्व को योग करवाता है.*
.
तुम अपने परिवार की मुर्ति vयाँ बनवाते हो,
 *वो शिवाजी महाराज और पटेल की मूर्तियां बनवाता है..*

.तुम हज हाउस और जुम्मे की छुट्टियाँ घोषित करते हो,
 *वो चार धाम को जोड़नेवाली सड़के बनवाता है..*

.तुम इफ्तार की पार्टियां देते हो,
 *वो राष्ट्रपति भवन मे हवन करवाता है..*

.तुम तुष्टिकरण करते हो,
 *वो विकास की राह दिखाता है...*

तुम जातिवाद फैलाते हो,
 *वो हिंदुत्व का स्वाभिमान जगाता है...*

तुम उसकी राह मे कीचड़ फैलाते हो,
 *वो कीचड़ मे कमल खिलाता है....*

 *अब क्या हुया*

👉🏿 एक समय था कि अफगानिस्तान में बौद्ध मंदिरों को तोपों से उड़ा दिया गया था और *आज वहां के राष्ट्रपति हमारे मुल्क  देश पे आतंकवादी हमला हुआ तो उन्होंने दक्षेस सम्मलेन में पाक जाने से मना कर दिया।*

👉🏿 एक समय था जब ईरान हमारी एक नहीं सुनता था, *आज उन्हीने भारत को चाबहार* *बंदरगाह बनाने और ईरान में अपनी फौजें रखने की इज़ाज़त दे दी।*

👉🏿 एक समय था कि नार्थ ईस्ट में terrorists हमला करके म्यांमार भाग जाते थे। *आज वहां की सरकार के सहयोग से इंडियन आर्मी ने वहीँ जा के उनके terrorist camps तबाह कर दिए।*

👉🏿 एक समय था जब खाड़ी देश पाक का साथ देते थे। दाऊद बरसों तक दुबई में शरण लिए रहा। *आज सऊदी अरब ने दाऊद की संपत्ति ही जब्त कर ली।*

👉🏿 एक समय था जब खाड़ी देश भारत को कमजोर और गरीब समझते थे, *आज अचानक क्या हुआ जो उन्हीने भारत के PM के आगमन पे अपने यहाँ पहला हिन्दू मंदिर बनाने के लिए जमीन देदी।*

👉🏿 *आज अचानक क्या* हुआ जो बुर्ज खलीफा तिरंगे में रंगा दिखने लगा।

👉🏿 *आज अचानक क्या* हुआ जो हमारी 26 जनवरी की परेड में UAE का फौजी दस्ता शामिल हुआ।

👉🏿 *आज अचानक क्या* हुआ जो भारत में इतनी हिम्मत आ गयी कि चीन के अरुणांचल के बॉर्डर में सड़कें बना ली, हवाई पट्टी बना ली, 100 मिसाइल भी तैनात  कर दिए और टैंक की डीवीजन पोस्ट कर दी।

👉🏿 *आज अचानक क्या हुआ* जो USA के नवनिर्वाचित प्रेजिडेंट ने सबसे पहले भारत के PM को फोन करके आभार व्यक्त किया ।

👉🏿 *आज अचानक क्या* हुआ जो ऑस्ट्रेलिया, इंडिया को यूरेनियम देने को राजी हो गया।

👉🏿 *आज अचानक जापान ने इंडिया के साथ युद्धाभ्यास किया* ।
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"तब मन ने जवाब दिया कि ये सब परिवर्तन आये मात्र चार साल में *नरेंद्र मोदी* के आगमन के साथ।

*प्रश्न*- क्या भारत में *नरेंद्र मोदी* के अलावा  वर्तमान नेताओं जैसे कि

लालू,
मुलायम,
अखिलेश,
मायावती
सोनिया,
राहुल,
ममता,
केजरीवाल

आदि में कोई नेता है इस कैलिबर का जो इस प्रकार विश्व को झुका ले !!

इसलिए बंधुओं,
अब फैसला आपको करना है कि घर में ही युद्ध करने वाले चाहिए या घर-द्वार त्याग कर मातृभूमि को समर्पित ऐसा ओजस्वी !

हर बात लाऊडस्पीकर से नहीं बताई जा सकती |☝

तीन मित्रों को भेजकर सांस्कृतिक, धार्मिक विश्वास की सेवा करें...

           🚩 जय श्री राम 🚩

शनिवार, 24 नवंबर 2018

Narendra modi kyo jaruri hai Jan lo भारत में आतंकी घटनाएँ - मोदी सरकार के पहले और बाद में

भारत में आतंकी घटनाएँ - मोदी सरकार के पहले और बाद में।
गड़बड़ यह है कि राष्ट्रीय मुद्दों पर हम भारतवासियों की याददास्त कुछ कमजोर होती है |

22 मई 2004 को अटल जी की सरकार औपचारिक रूप से विदा हुई और गांधी परिवार ने श्री मनोहन सिंह को प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त किया।

2014 तक कांग्रेस की सरकार केंद्र में रही। तस्वीरों में दिख रहे चिथड़े हुए लोग याद हैं न? भूल गया होगा क्योंकि हमारी याददाश्त बहुत कमजोर होती है याद दिला देता हूँ।

● 15 अगस्त 2004, असम के धिमजी स्कूल में बम ब्लास्ट- (18 मरे, 40 घायल)

● 5 जुलाई 2005, अयोध्या में रामजन्मभूमि पर आतंकवादी हमला (6 मरे, दर्जनों घायल)

● 28 जुलाई 2005, जौनपुर में श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन में RDX द्वारा बम विस्फोट-(13 मरे, 50 घायल)

● 29 अक्टूबर 2005, दीपावली के त्योहार के दो दिन पहले दिल्ली के गोविंदपुरी की बस, पहाड़गंज और सरोजनी नगर के भीड़भाड़ वाले इलाके में सीरियल ब्लास्ट करके 70 लोगो के चिथड़े उड़ा दिए गए और 250 से ज्यादा घायल हुए। तारिक अहमद डार और रफीक मास्टरमाइंड।

● 28 दिसम्बर 2005, को बैंगलोर के इंस्टीट्यूट आफ साइंस पर आतंकवादी हमला 1 मरे 4 घायल।

● 7 मार्च 2006, हिंदुओं की श्रद्धा के केंद्र वाराणसी के प्रसिद्ध संकटमोचन मंदिर और भीडभाड वाले कैंट रेलवे स्टेशन पर 3 बम ब्लास्ट करके 28 श्रद्धालुओं, नागरिको को बम से उड़ा दिया,101 लोग घायल हुए। लश्करे कुहाब और सिमी का हाथ।

● 11 जुलाई 2006, मुम्बई में एक साथ माटुंगा रोड, माहिम, बांद्रा, खार रॉड, जोगेश्वरी, भाइंदर, बोरिवली स्टेशनों के लोकल ट्रेन में सीरियल ब्लास्ट करके 209 लोगो को बम से उड़ाया गया 700 से ज्यादा लोग घायल हुए। फैसल शेख, आसिफ अंसारी, आसिफ खान, कमल अंसारी, एहतसाम सिद्दकी और नावेद खान घटना के प्रमुख सूत्रधार।

● 8 सितंबर 2006, मालेगांव की मस्जिद में सीरियल ब्लास्ट 37 मरे 125 घायल। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया का हाथ। बाद में चार्जशीट बदलकर हिन्दू आतंकवाद की ऐतिहासिक असफल थियरी बनाने की कोशिश हुई।

● 18 फरवरी 2007, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट,68 मरे 50 घायल..सेना की इंटेलीजेंस ने इस्लामिक आतंकवादी संगठन लश्करे तैय्यबा का हाथ बताया। कांग्रेस ने हिन्दू आतंकवाद बनाने के चक्कर में भारतीय सेना के कर्नल श्रीकांत पुरोहित को जेल में 7 साल भयानक यातनाएं दी गई। 9 साल बाद पुरोहित जेल से बाहर आये..

● हैदराबाद की मक्का मस्जिद में ब्लास्ट 16 मरे 100 घायल। हरक़त उल जिहाद अल इस्लामी का हाथ। कांग्रेस ने हिन्दू आतंकवाद की असफल थियरी साबित करने की कोशिश।

● 14 अक्टूबर 2007, लुधियाना के थियेटर में ब्लास्ट 6 लोग मरे।

● 24 नवम्बर 2007, उत्तर प्रदेश में लखनऊ,अयोध्या और बनारस के न्यायालयों में सीरियल बम बलास्ट 16 मरे 79 घायल।

● 1 जनवरी 2008, रामपुर उत्तर प्रदेश में CRPF कैम्प पर हमला 8 मरे 7 घायल। लश्करे तय्यबा का हाथ।

● 13 मई 2008, जयपुर के छोटी चौपड़, बड़ी चौपड़,मानकपुर पुलिस स्टेशन एरिया,जौहरी बाजार,त्रिपोलिया बाजार,कोतवाली क्षेत्र में RDX द्वारा 9 जगहों पर सीरियल ब्लास्ट 63 मरे 200 घायल..हरकत उल जिहाद उल इस्लामी ने ली जिम्मेदारी।

● 25 जुलाई 2008, बैंगलुरु में में 8 सीरियल ब्लास्ट 2 मरे 20 घायल

● 26 जुलाई 2008, गुजरात के अहमदाबाद में 17 जगहों पर सीरियल बम ब्लास्ट 35 मरे 110 घायल। मुफ़्ती अबू बशीर मास्टरमाइंड.. अब्दुल कादिर,हासिल मोहम्मद,हुसैन इम्ब्राहीम ने मिलकर कराची(पाकिस्तान) में बैठे नेटवर्क की सहायता से बम विस्फोट किये।

● 13 सितंबर 2008- दिल्ली के गफ्फार मार्केट, बारहखम्भा रोड,GK1, सेंट्रल पार्क में 31 मिनट के अंदर 5 बम ब्लास्ट हुए, 4 अन्य बम निष्क्रिय किये गए। 33 लोगो कि बम विस्फोट में मृत्यु और 150 से ज्यादा घायल। स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आठ इंडिया के आउटफिट इंडियन मुजाहिद्दीन ने किये ब्लास्ट।

● 27 सितंबर 2008, दिल्ली महरौली के इलेक्ट्रानिक मार्केट में 2 बम ब्लास्ट 3 लोग मरे और 33 घायल।

● 1 अक्टूबर 2008, अगरतल्ला में बम विस्फोट- 4 मरे 100 घायल

● 21 अक्टूबर 2008, इम्फाल में बम विस्फोट- 17 मरे 50 घायल

● 30 अक्टूबर 2008, असम में बम विस्फोट- 81 मरे और 500 से ज्यादा घायल

● 28 नवम्बर 2008, का मुम्बई हमला ताज होटल,ओबेराय होटल,कामा हॉस्पिटल, नरीमन हाउस, लियोपोल्ड कैफे,छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर आतंकवादी हमला 166 लोग मारे गए 600 से ज्यादा घायल।

● 1 जनवरी 2009, गुवाहाटी में बम ब्लास्ट 6 मरे 67 घायल

● 6 अप्रैल 2009, गुवाहाटी में बम ब्लास्ट 7 मरे 62 घायल

● 13 फरवरी 2010, पुणे की जर्मन बेकरी में बम ब्लास्ट,17 मरे 70 घायल सिमी इंटरनेशनल मुजाहिद्दीन इस्लामिक मुस्लिम फ्रंट के भारतीय शाखा द्वारा किया गया बम ब्लास्ट

● 7 दिसम्बर 2010, दशास्वमेध घाट पर गंगा आरती के समय बम ब्लास्ट। 3 मरे 36 घायल स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया के आउटफिट इंडियन मुजाहिद्दीन ने किये ब्लास्ट।

● 13 जुलाई 2011, मुबई के ओपेरा हाउस,जावेरी बाज़ार और दादर एरिया में भीषण बेम ब्लास्ट 26 मरे 130 लोग घायल। स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया के आउटफिट इंडियन मुजाहिद्दीन ने किये ब्लास्ट।

● 7 सितंबर 2011, दिल्ली हाईकोर्ट में बम ब्लास्ट, 17 मरे और 180 लोग घायल। हरकत उल जिहाद अल इस्लामी के आउटफिट का भारतीय मेडिकल छात्र वसीम अकरम मालिक बम बलास्ट का मास्टरमाइंड।

● 13 फरवरी 2011, इजराइली डिप्लोमेट की कार को बम से उड़ाने का प्रयास, बम सही से फटा नही। 4 घायल। भारतीय पत्रकार मुहम्मद अहमद काज़मी की संलिप्तता।

● 1 अगस्त 2012, पुणे ब्लास्ट। स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया के आउटफिट इंडियन मुजाहिद्दीन ने किये ब्लास्ट।

● 21 फरवरी 2013, हैदराबाद की हैदाराबाद में 2 बम ब्लास्ट। 18 लोग मारे गए और 131 घायल। इंडियन मुजाहिद्दीन का फाउंडर यासीन भटकल,असदुल्लाह अख्तर,तहसीन अख्तर,एजाज शेख बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड।

● 17 अप्रैल 2013, बैंगलोर में बम ब्लास्ट,14 लोग गंभीर रुप से घायल

● 7 जुलाई 2013, बोधगया मे ब्लास्ट 5 लोग गंभीर रूप से घायल। म्यांमार में रोहंगिया आतंकवादियों के खिलाफ हुई कार्यवाही के विरोध में भारत के बिहार के बोध गया में उमर सिद्दीकी,अजहरुद्दीन कुरैशी,मुजीबुल्लाह अंसार,हैदर अली,इम्तियाज अंसारी ने बिहार को दहलाने की रची थी साजिश

● 27 अक्टूबर 2013, को पटना में,नरेंद्र मोदी की रैली में इंडियन मुजाहिद्दीन द्वारा 8 बम ब्लास्ट,6 मरे 85 घायल।लाखो की भीड़ में भगदड़ मचा कर हजारो को मारने की साजिश। मोदी और मैनेजरों की समझदारी से भगदड़ नही मची। मोहम्मद तहसीन अख्तर मास्टरमाइंड। चिकमंगलूर मदरसे से प्रेरित होकर किया ब्लास्ट। मुज़्बुल्ला, हैदर अली,नुमान,तारिक अंसारी ब्लास्ट के बाद फरार

● 1 मई 2014, चेन्नई में गुवाहाटी बैंगलोर एक्सप्रेस में बम बलास्ट 2 मरे 14 गंभीर रूप से घायल।

इन आंकड़ों में 10 साल में हुए वामपंथी माओवादियो द्वारा किये गए हमले और जम्मू कश्मीर में किये गए हमले शामिल नही है, क्योंकि वो अलग विषय है।

यहां एक बात और याद दिलाना जरूरी है कि जब बाटला हाउस एनकाउंटर हुआ था और इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी उस में मारे गए तो तत्कालीन कांग्रेस की मुखिया श्रीमती सोनिया गांधी उन आतंकवादियों की लाशों को देखकर फूट फूट कर रोई थी. जैसे कि कोई अपने घर का चला गया हो ..

अब आते हैं असली मुद्दे पर 2014 में मोदी के आने के बाद से दिसंबर 2018 में इस लेख के लिखे जाने तक मुझे याद नहीं कि दिल्ली की सड़कों, हैदराबाद, अहमदाबाद और अयोध्या के चौराहों पर, जयपुर और बनारस की गलियों में कोई ऐसा बम ब्लास्ट हुआ हो जहां कोई मंदिर या मस्जिद जाने वाला, कोई दिवाली के लिए खरीदारी करने वाला ,कोई रेस्टोरेंट में अपने परिवार के साथ बैठा व्यक्ति या मुम्बई की लोकल ट्रेन में यात्रा करता एक नागरिक बम ब्लास्ट में चीथड़े ही जाए और अगले दिन वह नहीं बल्कि उसकी लाश उसके घर पहुंचे। जानते हैं क्यों? क्योंकि इस देश में इलेक्टेड प्रधानमन्त्री Narendra Modi का राज है जबकि आज से पहले आतंकवादियों के लाश पर आँसू बहाने वालों द्वारा सेलेक्टेड प्रधानमंत्री का राज था।

Rajnath Singh को निन्दनाथ हमने बहुत बार कहा मगर गृहमंत्री के रूप में सफल कार्यकाल रहा कि देश के अंदर वो रक्तपात नही हुआ जिसका गवाह ये देश 2004 से 2014 तक बना।

जय हिन्द जय भारत

रविवार, 11 नवंबर 2018

*1947 के बाद पाकिस्तान की सरकार ने लाखों गलियों, मुहल्लो, नगरो,जिलों,सड़कों के नाम बदल दिए पुरातन वास्तविक नाम हटा कर इस्लामिक नाम रख दिए यही हाल मुगलों ने हिंदुस्तान का भी किया था सभी पुरातन वास्तविक नाम बदल दिए थे इस्लामिक नाम रख दिए थे लेकिन 70सालो में किसी सरकार ने पुराने वास्तविक नाम रखने की हिम्मत नहीं दिखाई ...* इस लिए चिलाओ मत जो गलत था उसे सही किया जा रहा हैं नहीं यकीन तो अपने *पूर्वजों* से पूछ लो...गद्दार नहीं देश भक्त बनो

*क्या आप जानते हैं कि हमारे देश व शहरों के असली नाम क्या थे ?*🤔🧐😟

*१. हिन्दुस्तान, इंडिया या भारत का असली नाम - आर्यावर्त्त !*
*२. कानपुर का असली नाम - कान्हापुर !*
*३. दिल्ली का असली नाम - इन्द्रप्रस्थ !*
*४. हैदराबाद का असली नाम - भाग्यनगर !*
*५. इलाहाबाद का असली नाम - प्रयाग !*
*६. औरंगाबाद का असली नाम - संभाजी नगर !*
*७. भोपाल का असली नाम - भोजपाल !*
*८. लखनऊ का असली नाम - लक्ष्मणपुरी !*
*९. अहमदाबाद का असली नाम -  कर्णावती !*
*१०. फैजाबाद का असली नाम - अवध !*
*११. अलीगढ़ का असली नाम - हरिगढ़ !*
*१२. मिराज का असली नाम - शिव प्रदेश !*
*१३. मुजफ्फरनगर का असली नाम - लक्ष्मी नगर !*
*१४. शामली का असली नाम - श्यामली !*
*१५. रोहतक का असली नाम - रोहितासपुर !*
*१६. पोरबंदर का असली नाम - सुदामापुरी !*
*१७. पटना का असली नाम - पाटलीपुत्र !*
*१८. नांदेड का असली नाम - नंदीग्राम !*
*१९. आजमगढ का असली नाम - आर्यगढ़ !*
*२०. अजमेर का असली नाम - अजयमेरु !*
*२१. उज्जैन का असली नाम - अवंतिका !*
*२२. जमशेदपुर का असली नाम काली माटी !*
*२३. विशाखापट्टनम का असली नाम - विजात्रापश्म !*
*२४. गुवाहटी का असली नाम - गौहाटी !*
*२५. सुल्तानगँज का असली नाम - चम्पानगरी !*
*२६. बुरहानपुर का असली नाम -  ब्रह्मपुर !*
*२७. इंदौर का असली नाम - इंदुर !*
*२८. नशरुलागंज का असली नाम - भीरुंदा !*
*२९. सोनीपत का असली नाम - स्वर्णप्रस्थ !*
*३०. पानीपत का असली नाम - पर्णप्रस्थ !*
*३१.बागपत का असली नाम - बागप्रस्थ !*
*३२. उसामानाबाद का असली नाम - धाराशिव (महाराष्ट्र में) !*
*३३. देवरिया का असली नाम - देवपुरी ! (उत्तर प्रदेश में)*
*३४. सुल्तानपुर का असली नाम - कुशभवनपुर*
*३५. लखीमपुर का असली नाम - लक्ष्मीपुर ! (उत्तर प्रदेश में)*
*३६. मुरैना का असली नाम - मयुरवन*

*यह सभी नाम मुगलों व अंग्रेजों द्वारा बदले गये हैं*


    लेकिन अब धीरे धीरे सभी नाम बदले जायेंगे

मोदी ने हिंद महासागर में बसाए भारत के दो ‘सीक्रेट आइलैंड

मोदी ने हिंद महासागर में बसाए भारत के दो ‘सीक्रेट आइलैंड’

ये एक ऐसी खबर है जिसके बारे में हमारे देश में ज्यादातर लोगों को पता नहीं है। दरअसल यह भारत का एक सीक्रेट मिशन है, जिसने चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों की नींद उड़ा रखी है।

भारत की समुद्री सीमा से दूर हिंद महासागर में 2 फौजी अड्डे स्थापित किए जा चुके हैं। मतलब यह कि भारतीय सेना ने इन आइलैंड पर अपना मिलिट्री बेस बनाया है। दुनिया के नक्शे में इन दोनों द्वीपों की लोकेशन इतनी जबर्दस्त है कि चीन और पाकिस्तान परेशान हैं।

इनके नाम हैं- अगालेगा और अजंप्शन आइलैंड। (नीचे मैप में देखें) इन द्वीपों पर भारतीय सेना आधुनिक हथियारों और साजो-सामान के साथ मौजूद है। बेहद खुफिया तरीके से यहां भारतीय सेना खुद को मजबूत बनाने में जुटी है।

अगालेगा आइलैंड पर तो भारत ने बाकायदा एयरपोर्ट भी बनाया है। जबकि अज़ंप्शन आइलैंड पर आने जाने के लिए हवाई पट्टी बनाई गई है। इन दोनों आइलैंड्स को भारत को सौंपे जाने पर चीन और यहां तक कि भारत के वामपंथी पत्रकारों ने बहुत अड़ंगेबाजी की।

इस सैनिक समझौते के खिलाफ कई झूठी खबरें उड़वाई गईं। आज इन दोनों द्वीपों पर क्या चल रहा है इसका बाकी दुनिया सिर्फ अंदाजा लगा सकती है। क्योंकि यहां भारतीय सेना के अलावा किसी को जाने की छूट नहीं है।

नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभालने के फौरन बाद जिन देशों की यात्रा की थी, उनमें मॉरीशस और सेशेल्स भी थे। सरकार ने औपचारिक तौर पर बताया कि ये दौरा दोनों देशों के आपसी रिश्ते सुधारने और काले धन पर बातचीत के लिए है। लेकिन असली मकसद कुछ और ही था।

इस यात्रा में मोदी ने सेशल्स और मॉरीशस को इस बात के लिए मना लिया कि वो अपने 1-1 द्वीप भारत को लीज़ पर देंगे। इसी दौरे में शुरुआती समझौते पर दस्तखत भी कर लिए गए।


अगालेगा आइलैंड मॉरीशस में पड़ता है, जबकि अजंप्शन द्वीप सेशेल्स देश का हिस्सा है। हिंद महासागर में ये वो लोकेशन थी जिसके महत्व की चीन को भी कल्पना नहीं थी। डील पर दस्तखत होने के कुछ दिन बाद जब मामला मीडिया में आया तो भारत में चीन के लिए प्रोपेगेंडा करने वाले पत्रकार और चीन सरकार बुरी तरह बौखला गए।

यही वो समय था जब मीडिया ने पीएम मोदी की विदेश यात्राओं की खिल्ली उड़ानी शुरू कर दी। क्योंकि उन्हें लग गया था कि पीएम मोदी इन यात्राओं के जरिए कुछ ऐसा कर रहे हैं जो वो नहीं चाहते कि मीडिया को पता चले।

इन दोनों द्वीपों के लिए की गई संधियों को रद्द कराने के लिए वहां के विपक्षी दलों के जरिए भी दबाव बनाए गए। इन्हीं का नतीजा था कि अज़ंप्शन आइलैंड के लिए आखिरी समझौते पर दस्तखत जनवरी 2018 में हो सका।

अगालेगा आइलैंड मॉरीशस के मुख्य द्वीप से 1100 किलोमीटर दूर उत्तर यानी भारत की तरफ है। ये सिर्फ 70 वर्ग किलोमीटर दायरे में है। इसी तरह सेशल्स का अज़ंप्शन आइलैंड वहां के 115 द्वीपों में से एक है। ये सिर्फ 11 वर्ग किमी की जमीन है, जो कि मेडागास्कर के उत्तर में हिंद महासागर में है।

भारत अरब देशों से कच्चा तेल खरीदता है। ये तेल हिंद महासागर के रास्ते ही आता है। कच्चा तेल जिस रूट से आता है वो उन जगहों से काफी करीब है जहां पर चीन बीते कुछ साल में अपना दबदबा बना चुका है। वो इन जगहों पर बैठे-बैठे जब चाहे भारत की तेल की सप्लाई लाइन काट सकता है।

ऐसे में भारत को समंदर में एक ऐसी लोकेशन की जरूरत थी, जहां से वो न सिर्फ अपने जहाजों को सुरक्षा दे सके, बल्कि जरूरत पड़ने पर चीन की सप्लाई लाइन पर भी वार कर सके। ये वो रणनीति थी जिसकी कल्पना चीन भी नहीं कर सका था।

उसे भरोसा था कि भारत की सरकारें हिंद महासागर पर कब्जे की चीन की रणनीति को कभी समझ नहीं पाएंगी। चीन के रणनीतिकार अपने इस प्लान को ‘स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स’ (मोतियों की माला) कहता है। ये वो रणनीति है जिससे उसने एक तरफ भारत को दबोच लिया था साथ ही अमेरिका के लिए भी मुश्किल हालात पैदा कर दिए थे।

पीएम मोदी ने इस खतरे को भांपते हुए चीन के जवाब में ‘स्ट्रिंग ऑफ फ्लावर्स’ (फूलों की माला) नाम से रणनीति बनाई। इसी के तहत सबसे पहले अज़म्प्शन और अगलेगा आइलैंड को लीज़ पर लिया गया।

ये दोनों द्वीप आज चीन की आंखों में किरकिरी बने हुए हैं। क्योंकि वहां से भारत ने पूरे हिंद महासागर पर घेरा बना लिया है। फिलहाल इन द्वीपों पर बुनियादी ढांचा विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। दोनों द्वीपों पर कुछ लोग रहते भी थे, जिन्हें भारतीय सेना ने ही दूसरी जगहों पर घर बनाकर बसा दिया है। अब इन दोनों द्वीपों पर भारतीयों के अलावा किसी को जाने की इजाज़त नहीं है।

पिछले दिनों अमेरिका ने भारत को 22 गार्जियन ड्रोन देने पर रजामंदी जताई है, इन ड्रोन से इस पूरे रीजन के समुद्र पर निगरानी की जाएगी। अमेरिका भी चाहता है कि हिंद महासागर के इस इलाके में चीन को बहुत ताकतवर न होने दिया जाए। लिहाजा वो भारत के साथ सहयोग कर रहा है

दरअसल भारत से दूर दुनिया भर में मिलिट्री बेस बनाने का आइडिया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का था। उनकी सरकार के वक्त इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू भी किया गया था। लेकिन इसी दौरान 2004 में वो चुनाव हार गए। इसके बाद आई मनमोहन सरकार ने इस पूरे प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया।

10 साल तक इस पर एक भी काम आगे नहीं बढ़ा। 2014 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो उन्होंने सबसे पहले जो फाइलें क्लियर कीं, उनमें से एक इसके बारे में भी थी। वाजपेयी की सोच थी कि दुनिया में ताकतवर मुल्क बनना है तो कुछ ऐसा करना होगा जिससे कोई दुश्मन आंख उठाकर देखने की भी हिम्मत न करे।



अमेरिका, रूस, ब्रिटेन जैसे देशों ने पूरी दुनिया में ऐसे द्वीपों पर मिलिट्री बेस बना रखे हैं। वाजपेयी के वक्त ही ताजिकिस्तान के फारखोर में भारत ने अपना पहला एयरफोर्स बेस स्थापित किया था। लेकिन हिंद महासागर पर दबदबे का उनका सपना अधूरा रह गया।

अगालेगा और अज़ंप्शन आइलैंड पर फिलहाल सिर्फ भारतीय सेना को जाने की छूट है। दोनों जगहों पर जा चुके नौसेना के एक जवान ने बताया था कि ये दोनों द्वीप बेहद खूबसूरत हैं। चारों तरफ नीले समुद्र से घिरे इन द्वीपों पर अब तक बहुत कम आबादी रही है। सेना की कोशिश है कि यहां की कुदरती खूबसूरती को बनाए रखते हुए यहां के बुनियादी ढांचे का विकास किया जाए।

🔻सभी सम्मानित मित्रों से विनम्र निवेदन है कृपया पोस्ट को अधिक से अधिक #शेयर व #कॉपी_पेस्ट करें, भारतवर्ष के अंतिम व्यक्ति तक सच पहुंचना चाहिए!!🔻

#TrustNaMo #OnlyNaMoCan #ModiMatters

रविवार, 8 अप्रैल 2018

भगवान राम कि माया और कांग्रेस

माया

पंचवटी में जब भगवान राम ने अकेले ही खर दूषण का सेना समेत सँहार कर दिया तो रावण समझ चुका था कि राम कोई साधारण मानव नही हैं। परंतु उसे अपनी नाभी में स्तिथ अमृत पर और स्वयं के पराक्रम पर बहुत अभिमान था। साथ ही वह राम को भगवान मानने में शंका कर रहा था। उसे लंका की अभेद सुरक्षा और सौ योजन समुद्र की खाई पर भी अभिमान था जो किसी मानव के लिये लांघना असंभव थी



रावण ने छल से माता सीता का हरण कर लिया और यह प्रतीक्षा करने लगा कि राम अगर भगवान हैं तो वह अवश्य किसी दैवीय शक्ति का सहारा लेकर ही लंका में पहुंचेंगे ! लेकिन राम ने रावण की धारणा को ध्वस्त करके मानव निर्मित सेतु विशाल सागर पर बांध दिया! रावण फिर भगवान की धारणा पर शंकित रहा। युद्ध मे जब रावण को लगा कि राम नर नही नारायण हैं तभी लक्ष्मण को शक्ति आघात लगा और रावण फिर राम को साधारण मानव मान बैठा!   जब कुम्भकर्ण आदि योद्धा मारे गए तब रावण को फिर शंका हुई कि राम नर नही नारायण हैं तब भगवान नागपाश में बंध गए और रावण फिर उन्हें साधारण मानव मान बैठा! अंत मे जब रावण के सब योद्धा मारे गए तब रावण लंका को और स्वयं को बचाने हेतु राम की शरण का विचार करने लगा तभी प्रभु राम बंदी बनकर पाताल में अहिरावण के हाथों बलि स्थल पर बंध गए और रावण फिर उन्हें साधारण मानव समझ बैठा! जब रावण मरने लगा तब उसे राम के वास्तविक अस्तित्व का भान हुआ और वह चीख चीख कर 'श्रीराम श्रीराम' पुकारने लगा



यही वह श्रीराम की माया थी जिसने रावण जैसे वेदव्यक्ता को भी युद्ध उन्मुक्त भी रखा और समस्त राक्षस जाती का विनास करके भी समझ नही आई! वह जब भी राम को भगवान मानता कोई घटना ऐसी होती कि वह राम को साधारण मानव समझने लगता

लगता हैं भगवान राम कांग्रेस के साथ भी वही कर रहें हैं जब भी कांग्रेस सपा बसपा को लगता हैं उनका अस्तित्व खत्म हो गया हैं तभी वे एक दो उपचुनाव सीट जीत लेते हैं और फिर अपनी हार कराने फिर मैदान में चुनाव लड़ने उतर जाते हैं
कांग्रेस सपा बसपा भी बेइज्जत होकर रहेगी
हर बार बेइज्जत होगी
जब जब इन्हें लगता हैं हम खत्म हुए तब तब एक आध उपचुनाव सीट जीत लेंगी आगे बड़ी हार करवाने के लिये!

राम की माया राम ही जाने

मंगलवार, 13 मार्च 2018

2019 में यह इतिहास फिर से दोहराया जाएगा

'पृथ्वीराज चौहान' धर्मयोद्धा थे.. इसीलिए भागते हुए दुश्मन की जान बक्शना अपना धर्म समझते थे।
लेकिन अंत में क्या हुआ, सब जानते हैं..





'नरेंद्र मोदी' इतिहास से सबक लेकर आये हैं। वो तुम्हें तब तक रगड़ेंगे, जब तक तुम दोबारा उठने के लायक न रहो..
जीत तो उसकी सुनिश्चित रहती है। वह तो तुम्हें रगड़ने के लिए रेलियाँ करता फिरता है..
.
2014 में इतिहास लिखा गया था। एक नए युग का उदय हुआ था। 2019 में यह इतिहास फिर से दोहराया जाएगा..
नमोः

गुरुवार, 1 फ़रवरी 2018

Sun le Pakistan kan khol ke जब तक तू बटन दबायेगा हम पृथ्वी नाग चला देंगे तू जब तक दिल्ली ढूंढेगा हम पूरा पाक जला देंगे

सुन ले पाकिस्तान कान खोल के

 अंधे को दर्पण क्या देना,
बहरों को भजन सुनाना क्या,

जो रक्त पान करते उनको,
गंगा का नीर पिलाना क्या,

हमने जिनको दो आँखे दीं,
वो हमको आँख दिखा बैठे,

हम शांति यज्ञ में लगे रहे,
वो श्वेत कबूतर खा बैठे,

वो छल पे छल करता आया,
हम अड़े रहे विश्वासों पर,

कितने समझौते थोप दिए,
हमने बेटों की लाशों पर,

अब लाशें भी यह बोल उठीं,
मत अंतर्मन पर घात करो,

दुश्मन जो भाषा समझ सके,
अब उस भाषा में बात करो,

वो झाडी है,हम बरगद हैं,
वो  है बबूल हम चन्दन हैं,

वो है जमात गीदड़ वाली,
हम सिंहों का अभिनन्दन हैं,

ऐ पाक तुम्हारी धमकी से,
यह धरा नही डरने वाली,

यह अमर सनातन माटी है,
ये कभी नही मरने वाली,

तुम भूल गए सन अड़तालिस,
पैदा होते ही अकड़े थे,

हम उन कबायली बकरों
की गर्दन हाथों से पकडे थे,

*तुम भूल गए सन पैसठ को,*
तुमने पंगा कर डाला था,

*छोटे से लाल बहादुर ने*
तुमको नंगा कर डाला था,

*तुम भूले सन इकहत्तर को,*
जब तुम ढाका पर ऐंठे थे,

*नब्बे हजार पाकिस्तानी,*
घुटनो के बल पर बैठे थे,

*तुम भूल गए करगिल का रण,*
*हिमगिरि पर लिखी कहानी थी*

इस्लामाबादी गुंडों को जब
बेटा याद दिलाई नानी थी,

तुम सारी दुर्गति भूल गए,
फिर से बवाल कर बैठे हो,

है उत्तर खुद के पास नही
हमसे सवाल कर बैठे हो,

*बिगड़ैल किसी बच्चे जैसे*
*आलाप तुम्हारे लगते हैं,*

*तुम भूल गए हो रिश्ते में*
*हम बाप तुम्हारे लगते हैं,*

बेटा पिटने का आदी है,
बेटा पक्का जेहादी है,

शायद बेटे की किस्मत में,
बर्बादी ही बर्बादी है,

तेरी बर्बादी में खुद को,
बर्बाद नही होने देंगे,

हम #भारत माँ के सीने पर
जेहाद नही होने देंगे,

तू रख हथियार उधारी के,
हम अपने दम से लड़ लेंगे,
गर एटम बम से लड़ना हो
तो एटम बम से लड़ लेंगे,

जब तक तू बटन दबायेगा,
हम पृथ्वी नाग चला देंगे,

तू जब तक #दिल्ली ढूंढेगा,
हम पूरा पाक जला देंगे,



शनिवार, 20 जनवरी 2018

सुप्रीम कोर्ट के चार जज को क्यू लगा कि लोकतंत्र खतरे में हैं

सुबह चार जज CJI से मिलते हैं , लेटर देते हैं और लेटर पर जवाब / फैसला ना मिलने पर दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जनता के सामने अपना रोना दुखना लेकर बैठ जाते हैं । ये वही जज है जो सालों–साल आम आदमी के केस दबाए रखते हैं और उस पर फैसला नहीं देते

लोकतंत्र नहीं देश के गद्दार खतरे में हैं

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 #लोया के केस से संबंधित फाइल अरुण मिश्रा को क्यों दी ?

33 साल बाद #84दंगा केसों की फाइल दोबारा क्यों खोली ?

CJI साहब आप की मनमानी कब तक चलेगी ?

लोकतंत्र नहीं देश के गद्दार खतरे में हैं

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 दीपक मिश्रा (CJI) ने कल 1984 के सिख विरोधी दंगो की फ़ाइल फिर से खुलवाने का आदेश दिया जिसमें कांग्रेस के नेताओं का बहुत बड़ा हाथ और उसके एक दिन बाद UPA सरकार द्वारा नियुक्त 4 जज आते हैं और कहते हैं कि "लोकतंत्र खतरे में है",
क्या यह महज इत्तेफाक है?


लोकतंत्र नहीं देश के गद्दार खतरे खतरे में है।







सुप्रीम #कोर्ट के जज अपनी बात कोर्ट के बाहर , सिस्टम के बाहर रखते हैं ।

और #राहुल #गांधी अपनी बात देश के बाहर , #बहरीन में रखते हैं । यह भी एक अजब संयोग है ।

 लोकतंत्र नहीं देश के गद्दार खतरे में हैं


विश्व में भारत की छवि बिगाड़ने के लिए पहले बहरीन में राहुल का भाषण फिर जज साहब की प्रेस काँफ़्रेंस को एक प्रयास के रूप में देखा है।




*#  बिलबिलाहट* 
 दरअसल लफड़ा ये है कि
- फरवरी मे राम मंदिर की सुनवाई होनी है
-फिर कोल ब्लाक घोटाले की सुनवाई
-उसके बाद नैशनल हैराल्ड की तारीख आने वाली है
 -इधर CJI ने 370 पर विचार करने का मन बना लिया है।.
 -NGT का दायरा सीमित करने की बात भी हो रही है
और ये
सारी बातें कान्ग्रैस के विरूद्ध जाएगीं
 *तो सीधी बात है कि नमक का हक तो बजाना पडैगा*
           


शक तो 2जी घोटाले के फैसले ने ही पैदा कर दिया था।
और अब तो आपने साबित  भी कर दिया।
कांग्रेसी नमक का फर्ज भी तो अदा करना है।


 मियाँलार्ड भी बिलो से बाहर आ गए..

मतलब मोदी सरकार सही दिशा में काम कर रही है..



देश पर इमरजेंसी थोपकर लाखो को जेल मे ठूंसा गया तब लोकतंत्र मजबूत था।
दिल्ली की सड़को पर सिखो का कत्लेआम हुआ तब लोकतंत्र मजबूत था।
जब कश्मीरी पंडितो को उनके घर से मारा गया तब भी लोकतंत्र मजबूत था
अब, 3 साल मे मोदीजी ने ऐसा क्या किया कि लोकतंत्र खतरे मे आ गया!!!




लोकतंत्र नहीं देश के गद्दार खतरे में हैं


शुक्रवार, 5 जनवरी 2018

नरेंद्र मोदी 2019 का चुनाव हार जाये तो

सोचिए अगर श्री नरेन्द्र मोदी 2019 हार जायें तब क्या हो सकता है ?
बहुत से लोग रात दिन यही दुआ करते हैं,कि नरेंद्र मोदी 2019 का चुनाव हार जाये।
मुझसे भी कई लोगों ने पूछा,कि क्या होगा अगर मोदी 2019 का चुनाव हार जाये,तो?मैंने जवाब दिया...ज्यादा कुछ नही होगा...बस
1.यह देश अचानक से सहिष्णु बन जायेगा!
2.कपड़े पर से GST हट जाएगी !
3.सेना की हर खरीदी में मैडम का 50%कमीशन होगा !
4.आमिर खान और उनकी पत्नी और अंसारी जैसों को,यह देश फिर से सुरक्षित नज़र आने लगेगा!
5.देश में उन लोगों को सरकार में महत्वपूर्ण पद मिलेंगे जो खूनी,बलात्कारी, भ्रष्टाचारी होंगे!
6.कश्मीर में फिर से अलगाववादी और जेहादी ताकतें मजबूत होंगी!
7.पाकिस्तान एक बार फिर से अपना प्रोपेगंडा मजबूत करेगा क्योंकि सरकार के लोग जो वहां मोदी जी को हटाने की भीख मांगने गये थें वो पाकिस्तान की नमक हलाली करेंगे!
8.लव जिहाद और हलाला संग तीन तलाक पूरी तरह से कानूनी बन जायेगा!
9.ममता बनर्जी बंगाल को पूरी तरह से बंगलादेशी मुसलमानों के हाथ में देकर,जन्नत के लिए प्रस्थान कर जायेगी
10.एक ऐसा आदमी हमारा प्रधानमंत्री बनेगा जो पूरी दुनिया में मज़ाक का पात्र बनेगा,जिसे लोग देहाती औरत कहेंगे।
11.रोबर्ट वाड्रा पूरे हरियाणा को खरीद लेगा।
12.देश में एक से एक बड़े घोटाले होंगे जो पिछले 70 सालों के रिकॉर्ड तोड़ देंगे!
13.अवार्ड वापसी वाली गैंग के अवार्ड वापस दे दिए जाएंगे और कुछ को तो पद्मश्री भी मिलेगा!
14.हर योजना में गाँधी परिवार और नेहरू का नाम होगा!
15.न्यूज़ चैनल्स नये-नये स्कैम्स की TRP से भर जाएंगे!
16.मोदी गुजरात वापस चले जायेंगे जहाँ की जनता उनको फिर से गुजरात का CM बना देगी क्योंकि उनको पता है कि मोदी जी ही उनका विकास कर सकते हैं।
17.स्किल इंडिया प्लान स्कैम इंडिया प्लान बन जायेगा।
18.आतंकवादी हमले फिर से बढ़ जाएंगे जहाँ देश की सेना को हमला करने की इजाज़त के लिए 5 दिन का इंतज़ार करना पड़ेगा!
19.मीडिया योगी के पीछे पड़ जायेगी जैसे वो मोदी के पीछे पड़ी थी UPA सरकार के दौरान!
20.हर साल इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी के नाम पर दो योजनाएं लॉन्च होंगी!
21.नार्थ ईस्ट को पहले की तरह,कभी केंद्र से मदद नहीं मिलेगी!
22.अरविंद केजरीवाल को राजनीति का मसीहा घोषित कर दिया जाएगा!
23.देश के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला हक होगा!
24.लोगों को यह अहसास होगा कि उन्होंने गलती कर दी,मगर तब तक बहुत देर हो चुकी होगी!




इसलिए 2019 मे इक बार फिर से मोदी सरकार

2019 में मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं तो share करे